में लिख रहा हू तुझे कुछ इस अंदाज मेंजैसे तुम छुपी हो कहि मेरे आस-पास में ।यू तो में कोई पेशे से शायर नही, मीत- ए- हमदमपर तुम शायरी बन कर झलकती हो मेरे अल्फ़ाज़ में ।।
Heartbeats of youth
Kamal jat
में लिख रहा हू तुझे कुछ इस अंदाज मेंजैसे तुम छुपी हो कहि मेरे आस-पास में ।यू तो में कोई पेशे से शायर नही, मीत- ए- हमदमपर तुम शायरी बन कर झलकती हो मेरे अल्फ़ाज़ में ।।
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