एक वीरान जो दिल है मेरा, इसे आबाद तो होने दो तुम,
यू खामोश ना बेठो, लब आज़ाद तो होने दो तुम,
मुखर हो उठेंगे दफन बीज इस बंजर जमी में चहुंओर,
इस दिल- ए -रेगिस्तान में प्यार की बरसात तो होने दो तुम ।

Created by - Kamal Jat