सुरीली यादें


       होली हे !!             कबीरा सा रा रा रा रा।                


मन में मेरे एक सवाल घूम रहा है ।
दिल प्रफुल्लित होकर झूम रहा है ।।

अगली बार होली होगी रंग रंगीली ।
चटक-मटक रंगों संग में होगी छैल-छबीली ।।

संग मिलकर जिसके रंग गुलाल उड़ाऊंगा।
यू ना समझो, चोली - दामन सा साथ निभाऊंगा ।।

सुंदरता की वह एक मिसाल होगी ।
मेरे लिए तो वही एक टकसाल होगी ।।

शादी से पहले प्री वेडिंग फ़ोटोशूट करवाऊंगा ।
जिसका सारा खर्च पापा के नाम ही लिखवाऊंगा ।।

जाने - अनजाने जब वो मुझसे टकराएगी ।
ना जाने कब चाय प्याली फर्श पर शोर मचाएगी ।।

जल्द ही फिर हनीमून की तैयारी होगी ।
ट्रालिबेग संग में उसकी पिक्चर बहुत प्यारी होगी ।।

कुँआरे मित्रों को फिर कुछ यू चिड़ाऊंगा ।
ढिल्लो संग सेल्फी लेकर फेसबुक DP लगाऊंगा ।।

फिर सबकी कमैंट्स कर दूंगा में हाइड
क्योंकि किस्मत वालो को ही मिलती है सुंदर ब्राइड ।।

कही दूर की टिकट बुक करवाऊंगा ।
सोच रहा हूं हनीमून फ्लाइट में ही मनाऊंगा ।।

घर आकर दूंगा सबको सरप्राइज ।
डोन्ट थिंक ठू मच गाइज् ।।

कमल जाट
अलवर, राजस्थान
9667616433