गुदगुदाती कविता||funny poem||Heartbeats creation



इश्क़ का वायरस

स्कूल में मेरी, होती थी अक्सर पिटायी !
वीक सिग्नल था में, और मैडम थी Wi-Fi !!
:
उन दिनों मेरा, सॉफ्टवेयर बडा पुराना था !
मोनिटर था मैं, जब एलसीडी का जमाना था !!
:
गणित में तो, मैं शुरू से ही फ़्लॉप था !
भेजे का पासवर्ड, बड़े दिनों तक लॉक था !!
:
स्कूल जाने में जब-जब भी, मैं लेट हुआ !
प्रिंसपल की डाँट से, सॉफ़्टवेयर अपडेट हुआ !!
:
नजरों से नजरें टकरायी, माध्यमिक क्लास में !
मैसेज आया, मेरे दिल के इनबॉक्स में !!
:
हाईस्कूल में, ईश्क का वायरस घुस बैठा !
भेजे में सुरक्षित, सारा डाटा ,करेप्ट कर बैठा !!
:
जब जब मैंने, आगे बढकर पोक किया !
चुपके से उसने, नजरें झुकाकर रोक लिया !!
:
कॉलेज में देखा किसी गैर के साथ, तो मन बैठा !
ईश्क का वायरस,बदलकर एंटीवायरस बन बैठा !!
:
रियल थी वो, लेकिन फ़ेक आईडी सी लगने लगी !
धीरे-धीरे से वो, दिल मे मेरे सुलगने लगी !!
:
मुड़कर वापिस आई वो, दिल पे मेरे नॉक किया !
लेकिन फ़िर मैंने, खुद ही उसको ब्लॉक किया !!
:
मेरे दिल में, अब प्यार के लिए स्पेस नहीं !
मैं 'योगी' हूँ पगली, मजनू का अवशेष नहीं !!
:
अपना तो अब , ज़िन्दगी का यही राब्ता है !
भेजे तुझे जो लव लेटर, अब वो लापता है !!
:
डरता है दिल अब ये, जिंदगी मेरी ना वेस्ट हो,
जो भो कुछ लिखूँ, सदियों तक कॉपी पेस्ट हो🙏🙏💐💐